बिहार के मधेपुरा जिले में सावन में सोमवार को बाबा धाम जाने के लिए माता-पिता से चार हजार रुपये न मिलने पर जहर खा लेने से एक किशोर की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे सिंघेश्वर पीएचसी लाया गया. यहां से उसे गंभीर हालत में जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
हालांकि किशोर ने अपने माता-पिता से सावन के सोमवार को बाबा धाम जाने के लिए 4 हजार रुपये मांगे थे. लेकिन जब मां के पास पैसे नहीं थे तो 1000 रुपए ही दिए गए। उसके पिता भी उसे यह कहकर समझाते रहे कि घर में पैसे नहीं हैं। लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। इतना ही नहीं इस बात को लेकर उसका पिता से भी विवाद हो गया, जिसके बाद बेटा गुस्से में घर से बाहर चला गया। गौरतलब है कि कुछ देर बाद किसी ने घर आकर सूचना दी कि उसका बेटा बेहोश है, तभी उसके परिजन आनन-फानन में उसे सिंघेश्वर अस्पताल ले गए, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया.
बता दें कि किशोर का नाम लाल मोहर ऋषिदेव है जिनके पिता बिशो ऋषिदेव हैं। इलाज के लिए आए उनके साले नीतीश कुमार ने बताया कि बाबा धाम जाने को लेकर उनका परिवार वालों से विवाद हो गया था. उसी इलाज के लिए लाल मोहर बेहोशी की हालत में बता रहा था कि उसने चूहे मारने वाली दवा के 2 पैकेट खा लिए हैं. इसके साथ ही उसने दो पेग महुआ शराब भी पी रखी है।
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